मंगलवार, 20 अक्तूबर 2009
बनता जा रहा है कारवां
हम हैं सुलतानपुरी का नारा बुलंद करने वाले की संख्या बढ़ती जा रही है। इधर कुछ व्यस्त रहने की वजह से इसे ब्लागवाणी और चिट्ठाजगत से नहीं जोड़ पाया। जल्द ही हम ब्लागवाणी और चिट्ठाजगत से जुड़ जाएंगे। अभी तक भाई आशीष श्रीवास्तव, मुकेश तिवारी, भास्कर शुक्ला, विजय विद्रोही, अशोक जायसवाल और अरुण जायसवाल योगदानकर्ता के रूप में जुड़ चुके हैं। हमने न्योता विजय विद्रोही को भेजा था। पहली बार मेलआईडी गलत हो गया। लेकिन दूसरी बार सही मेलआईडी पर न्योता गया तो उन्होंने भाई अरुण जायसवाल और अशोक जायसवाल को भी जोड़ लिया। इसके लिए उन्हें धन्यवाद। आभार।
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